शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे हुई थी: दुनिया में पैसे कमाने के काफी तरीके हैं जिसमें सबसे प्रचलित तरीका नौकरी है लेकिन भारत में लॉकडाउन के बाद शेयर मार्केट काफी लोकप्रिय हुआ है और काफी नए लोग शेयर मार्केट में निवेश कर रहे हैं पहले शेयर बाजार में निवेश करने के लिए थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था।
अब आप कुछ ही मिनट में शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं और यह सब इंटरनेट से संभव हुआ है आज हम रिलायंस, टाटा और महिंद्रा जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयर कुछ मिनट में खरीद लेते हैं क्या आपको पता है 90 के दशक में इन कंपनियों के शेयर पेपर में बिचा करते थे अगर उस समय किसी व्यक्ति ने इन शेयर को खरीदा होगा तो आज के समय उनकी कीमत करोड़ों में हो गयी है।
शेयर बाजार में अगर सही कंपनियों में निवेश किया जाए तो यह आपको काफी अमीर बना सकता है और इसका सबसे अच्छा उदाहरण अमेरिकी निवेशक वारेन बफेट हैं जिन्होंने अपने बचपन से ही निवेश करना शुरू कर दिया था अब वह दुनिया के सबसे अमीर आदमियों की लिस्ट में शामिल हैं।
शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे हुई थी
शेयर मार्केट का इतिहास काफी ज्यादा पुराना है इसका पहला साक्ष्य साल 1400 के अंत में देखने को मिलता है एंटवर्प जो आज बेल्जियम के नाम से जाना जाता है यह उस समय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र बन गया था उस समय व्यापारी इस उम्मीद से सामान खरीदते थे ताकि सामान की कीमत बढ़ने पर वह सामान बेचकर मुनाफा कमा सकें।
उस समय आधुनिक कंपनी जैसी कोई चीज नहीं हुआ करती थी इसलिए व्यापारी सामान में ही निवेश करते थे लेकिन समय के साथ कंपनी जैसी चीजों का आगमन हुआ जो देश से बाहर जाकर व्यापार करने जाती थी।
आज हम जिस शेयर मार्केट को देखते हैं उसकी नीव डच ईस्ट इंडिया कंपनी ने रखी थी जो सार्वजनिक तौर पर काम कर रही थी इस कंपनी ने साल 1611 में एम्स्टर्डम नामक स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना की थी इस कंपनी का उद्देश्य पैसे जुटाना था और उस पैसा का इस्तेमाल करके यह अपना व्यापार बढ़ाना चाहती थी।
इस व्यापार से कंपनी को जो भी मुनाफा होता था वह कंपनी में पैसे इन्वेस्ट करने वाले लोगो के साथ शेयर करती थी डच ईस्ट इंडिया मुख्यता नीदरलैंड से ताल्लुकात रखती थी जबकि भारत में शासन करने वाली कंपनी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया थी जो इंग्लैंड से संबंध रखती थी।
इन सभी यूरोपियन कंपनियों का उद्देश्य भारत और इसके आस पास के क्षेत्रों में व्यापार करना था इन कंपनियों में यूरोप के लोग शेयर के माध्यम से इन्वेस्ट करते थे जिसकी वजह से इन कंपनियों के पास अच्छी खासी पूंजी जमा हो गयी थी जिसकी मदद से इन्होंने भारत और इसके आसपास के इलाकों को कॉलोनाइज करना शुरू कर दिया था और परिणाम हम सभी जानते हैं।
शेयर मार्केट कैसे काम करता है
शेयर मार्केट निवेशक और कंपनियों के बीच एक कनेक्शन का काम करता है निवेशक चाहते है कि वह किसी ऐसी जगह निवेश करें जहाँ उन्हें ज्यादा मेहनत किये बिना अच्छा मुनाफा मिले जबकि कंपनियों को अपना व्यापार बढ़ाने के लिए पूंजी की जरुरत होती है इसलिए वह शेयर मार्केट में अपना रजिस्ट्रेशन करती हैं।
जब किसी निवेशक को शेयर मार्केट में रजिस्टर कंपनी में अच्छी ग्रोथ दिखती है तो वह उसके शेयर खरीदकर उसमें निवेश करता है और ऐसे निवेशक लाखों करोड़ों की संख्या में होते हैं इससे कंपनी को अच्छी पूंजी मिल जाती है और वह इस पैसे को अपने व्यापार बढ़ाने में लगाती है।
जब कंपनी अच्छा मुनाफा कमाती है तो इससे उनके शेयर की प्राइस बढ़ जाती है इससे कंपनी में निवेशकों के पैसे भी बढ़ जाते हैं लेकिन कई बार कंपनी में कुछ कारणों के चलते घाटा होने लगता है इससे निवेशक के पैसे की वैल्यू भी कम होने लगती है इसलिए शेयर मार्केट के विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि किसी कंपनी में निवेश करने से पहले उसके फंडामेंटल और मौजूदा समय की स्थिति देख लेना चाहिए।
शेयर मार्केट को कौन चलाता है
जब शेयर मार्केट का आविष्कार हुआ था तब इसे चलाने के लिए कोई विशेष अथौरिटी नहीं हुआ करती थी क्योंकि उस समय यह इतना विकसित नहीं था लेकिन जब दुनिया में देश अस्तित्व में आये तो वहां सरकार बनने लगी जो ज्यादातर जनता द्वारा चुनी जाती थी।
सरकार का काम अपने देश के लोगो को सुरक्षा और अलग अलग सुविधा देना होता है ऐसे में जब किसी देश के लोग शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो सरकार का काम होता है कि वह अपने देश की कंपनियों और नागरिकों के पैसों को सुरक्षा दे सके इसलिए सभी शेयर मार्केट के संचालन के लिए आपको विशेष अथौरिटी देखने को मिलेगी जो सरकार द्वारा संचालित होती है।
एक तरह से शेयर मार्केट का संचालन देश की सरकार ही करती है लेकिन सरकार यह जिम्मेदारी किसी विशेष अथौरिटी को देती हैं जैसे भारत में शेयर मार्केट की देखरेख Security Exchange Board Of India (SEBI) करती है उसकी तरह अमेरिका में वहां के शेयर मार्केट की देखरेख Securities and Exchange Commission (SEC) करती है।
दुनिया का सबसे बड़ा शेयर मार्केट कौन सा है
अमेरिका में स्थित न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) दुनिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार है जिसकी स्थापना 17 मई 1792 को की गयी थी अमेरिका में यह 11 वॉल स्ट्रीट, लोअर मैनहट्टन, न्यूयॉर्क सिटी में स्थिति है जिसका मार्केट वैल्यूएशन 22.9 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है।
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शेयर मार्केट भी अमेरिका में मौजूद है जिसे NASDAQ के नाम से जाना जाता है इसकी स्थापना 1971 में की गयी थी इसकी मार्केट वैल्यूएशन 10.8 लाख करोड़ आंकी जाती है।
दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी जैसे माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, फेसबुक, टेस्ला, अमेज़न, और एप्पल इसी शेयर मार्केट में लिस्टेड हैं NASDAQ दुनिया का पहला शेयर बाजार है जिसमें सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की शुरुआत की गयी थी।
भारत में शेयर मार्केट की शुरुआत कब हुई
भारत के सबसे पुराने शेयर मार्केट का नाम बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) है जिसकी स्थापना 9 जुलाई 1875 में मुंबई में हुई थी। ऐसा माना जाता है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE की शुरुआत 4 गुजराती और एक पारसी शेयर ब्रोकर्स ने की थी।
BSE की शुरुआत में भारत में अंगेजों का शासन था इसलिए यह शेयर मार्केट ग्रो नहीं कर सका जब देश आजाद हुआ तो फिर से शेयर मार्केट पर काम करना शुरू किया गया हालाकि आजादी के बाद भी सरकार से सिक्यूरिटी मिलने में इसे 10 साल लग गए थे इस तरह 31 अगस्त 1957 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को पहली बार भारत सरकार की सिक्यूरिटी मिल गयी थी।
FAQs
शेयर मार्केट की शुरुआत किसने की थी?
साल 1611 में डच ईस्ट इंडिया कंपनी ने पहली बार शेयर मार्केट की शुरुआत की थी।
शेयर बाजार को कौन नियंत्रित करता है?
किसी देश में मौजूद शेयर मार्केट को वहां की सरकार की एजेंसी नियंत्रित करती है जैसे भारत के शेयर बाजार को SEBI नियंत्रित करती है जो कि भारत सरकार की एजेंसी है।
दुनिया में सबसे महंगे शेयर किस कंपनी के हैं?
Berkshire Hathaway Inc. कंपनी के शेयर को दुनिया के सबसे महंगे शेयर माना जाता है इसके एक शेयर की कीमत 4 करोड़ रुपये के लगभग है यह कंपनी मशहूर निवेशक वारेन बफेट की है।
भारत का सबसे बड़ा शेयर मार्केट कौन सा है?
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) भारत का सबसे बड़ा शेयर मार्केट हैं इसकी मार्केट वैल्यूएशन 2 ट्रिलियन डॉलर है जो दुनिया के शेयर बाजार में टॉप 10 में आता है।
शेयर मार्केट में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग का इस्तेमाल कब शुरू हुआ था?
अमेरिका का NASDAQ इलेक्ट्रोनिक ट्रेडिंग इस्तेमाल करने वाला पहला शेयर बाजार है साल 2007 में इसे पूरी तरह इलेक्ट्रोनिक कर दिया गया था इसके बाद दूसरे शेयर बाजार ने भी इस तकनीक का इस्तेमाल करने लगे।
निष्कर्ष
तो अब आप जान गए होंगे शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे हुई थी वैसे आज शेयर मार्केट के लोकप्रिय होने का सबसे मुख्य कारण इंटरनेट है दरअसल इंटरनेट से पहले ज्यादातर लोगो को शेयर मार्केट के बारे में पता भी नहीं था लेकिन आज आप इंटरनेट से शेयर बाजार की जानकारी प्राप्त करने के साथ इसमें निवेश भी कर सकते हैं।
पहले जहाँ शेयर खरीदने के लिए काफी पेपरवर्क और समय लगता था वहीं आज यह काम आज कुछ ही मिनिट में हो जाता है भले ही शेयर मार्केट 1400 में प्रारंभ हुआ था लेकिन समय के साथ यह बदलता रहा और आज की दुनिया में इसका काफी ज्यादा अहम योगदान है अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है तो इसे शेयर अवश्य करें।
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